लेकिन उस समय गोल्डस्टीन ने प्रोटोन के बारे मेंजानकारी नहीं दी थी लेकिन 1920 में अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने प्रोटॉन के बारे में स्पष्ट जानकारी दी उन्होंने बताया की परमाणु के बीच में धनात्मक केंद्र पाया जाता है जिसमें धनात्मक कण पाए जाते हैं जिन्हे उन्होंने प्रोटॉन नाम दिया।