पास्कल के नियम के अनुप्रयोग, उदाहरण, हाइड्रोलिक लिफ्ट, ब्रेक, द्रवचालित

पास्कल का नियम क्या है यह हम पढ़ चुके हैं। इस अध्याय के अंतर्गत इसके अनुप्रयोग, उदाहरणों का विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे।

पास्कल की नियम के अनुसार, यदि किसी तरल (द्रव) के किसी एक भाग में दाब लगाया जाता है तो यह दाब द्रव के सभी भागों में समान रूप से संचरित हो जाता है।

पास्कल के नियम के मुख्य उदाहरण – हाइड्रोलिक लिफ्ट, हाइड्रोलिक ब्रेक तथा हाइड्रोलिक प्रेस हैं। पास्कल के नियम का इनके अंतर्गत प्रयोग किया जाता है।

हाइड्रोलिक लिफ्ट (द्रवचालित लिफ्ट)

यह पास्कल के नियम पर आधारित एक ऐसी युक्ति होती है जो कार, ट्रक तथा अन्य वाहनों को ऊपर उठाने के लिए प्रयोग की जाती है। हाइड्रॉलिक (द्रवचालित) लिफ्ट की व्यवस्था कैसी होती है इसे चित्र से प्रदर्शित किया गया है।

हाइड्रोलिक लिफ्ट
हाइड्रोलिक लिफ्ट

इसमें एक बड़े पात्र में तरल पदार्थ भरा रहता है इस पात्र में दो अलग-अलग नलियां होते हैं इन नलियों में से एक नली का क्षेत्रफल कम तथा दूसरी का अधिक होता है। इन दोनों नलियों में पिस्टन लगी होती हैं जिस पर वाहन उठाना होता है उसे बड़ी पिस्टन के ऊपर रखते हैं। अब छोटी पिस्टल पर बल लगाते हैं यह बल द्रव पर बल आरोपित करता है। पास्कल के अनुसार यह दाब बिना किसी हानि के सभी दिशाओं में संचरित हो जाता है। जिससे बड़ी पिस्टन ऊपर की ओर उठ जाती है जैसे चित्र में दिखाया गया है।

माना छोटी पिस्टन का क्षेत्रफल A1 तथा बल F1 है एवं बड़ी पिस्टन का क्षेत्रफल A2 तथा बल F2 हो तो F1 द्वारा आरोपित दाब
P1 = \frac{F_1}{A_1}     समी.①
चूंकि दाब सभी दिशाओं में संचरित हो जाता है अतः यह दाब दूसरे पिस्टल पर भी लगेगा तो
P2 = \frac{F_2}{A_2}     समी.②
समी.① व समी.② से
\frac{F_1}{A_1} = \frac{F_2}{A_2}
F2 = \frac{A_2}{A_1} × F1
चूंकि A2 > A1 अर्थात् F2 > F1
अतः बड़ी पिस्टन पर आरोपित बल छोटी पिस्टन से अधिक होता है तभी वस्तु ऊपर की ओर उठ जाती है।

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हाइड्रोलिक ब्रेक (द्रवचालित ब्रेक)

हाइड्रोलिक ब्रेक भी द्रवचालित लिफ्ट की भांति ही है
इसका कार्य सिद्धांत भी पास्कल के नियम पर आधारित होता है इसके द्वारा वाहन के सभी पहियों पर एक साथ अपमंदक बल लगाया जाता है।
इसमें एक मास्टर बेलन होता है जिसमें तरल पदार्थ भरा रहता है जिसका सीधा संपर्क ब्रेक पेटिल से होता है। एवं इस मास्टर बेलन से छोटी-छोटी नलियां सभी पहियों में जुड़ी होती हैं। सभी पहियों पर ब्रेक शू लगे होते हैं इनका काम पहियों को रोकना होता है। जब वाहन चालक द्वारा ब्रेक पेटिल को दबाया जाता है तो मास्टर बेलन में दाब आरोपित हो जाता है। पास्कल नियम के अनुसार यह दाब सभी दिशाओं में समान रूप से संचरित हो जाता है। अतः वाहन के सभी पहियों पर एक साथ अपमंदक बल लगता है जिससे वाहन रुक जाता है।


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