रासायनिक अभिक्रियाएं
इस अध्याय के अंतर्गत हम रसायन विज्ञान की अभिक्रियाएं में से लगभग सभी अभिक्रियाओं का अध्ययन करेंगे। इसमें हम 12वीं, 11वीं रसायन विज्ञान की अनेक अभिक्रियाओं का ज्ञान प्राप्त करेंगे। जैसे –
- सैण्डमेयर अभिक्रिया
- वुर्ट्ज अभिक्रिया
- वुर्ट्ज फिटिंग अभिक्रिया
- फ्रिडेल क्राफ्ट अभिक्रिया
- कार्बिल ऐमीन अभिक्रिया
- कोल्बे अभिक्रिया
- कैनिजारो अभिक्रिया
- गाटरमान कॉख अभिक्रिया
- राइमन टीमन अभिक्रिया
- इटार्ड अभिक्रिया
- हॉफमान ब्रोमेमाइड अभिक्रिया
- विलियमसन संश्लेषण
1. सैण्डमेयर अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमे प्राथमिक ऐमीन को सोडियम नाइट्राइल (NaNO2) के साथ के लिए क्रिया कराने पर डाइ ऐजोनियम लवण बनते हैं।
इसकी क्यूप्रस क्लोराइड (Cu2Cl) अथवा क्यूप्रस ब्रोमाइड (Cu2Br) के साथ क्रिया कराने पर डाइ एजोनियम समूह–Cl अथवा –Br के द्वारा प्रतिस्थापित हो जाते हैं। इस अभिक्रिया को सैण्डमेयर अभिक्रिया (sandmeyer reaction in Hindi) कहते हैं।
2. वुर्ट्ज अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमे हैलोएल्केन के दो अणु सोडियम धातु के साथ शुष्क ईथर की उपस्थिति में क्रिया करते हैं तो सममित एल्केन प्राप्त होते हैं। इस अभिक्रिया को वर्ट्ज अभिक्रिया (wurtz reaction in Hindi) कहते हैं।
CHI3 + 2Na+ CHI3 \xrightarrow {शुष्क\,ईथर} \scriptsize \begin{array}{rcl} CH_3–CH_3 \\ एथेन \end{array} + 2NaI
3. वुर्ट्ज फिटिंग अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमे हैलोएल्केन के एक अणु तथा हैलोएरीन के एक अणु, सोडियम धातु के साथ शुष्क ईथर की उपस्थिति में क्रिया करते हैं। तो एल्किल एरीन प्राप्त होते हैं। इसे वर्ट्ज फिटिंग अभिक्रिया कहते हैं।
4. फ्रिडेल क्राफ्ट अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमे एनिसोल की एल्किल या ऐसिल हैलाइड के साथ निर्जल (AlCl3) की उपस्थिति में क्रिया कराते हैं। तो एल्किल अथवा ऐसिल समूह ऑर्थो तथा पैरा स्थितियों में प्राप्त होते हैं इस फ्रिडेल क्राफ्ट अभिक्रिया (friedel craft reaction in Hindi) कहते हैं।
\scriptsize \begin{array}{rcl} C_6H_6 \\ बेंजीन \end{array} + \scriptsize \begin{array}{rcl} CH_3Cl \\ मेथिल\,क्लोराइड \end{array} \xrightarrow {निर्जल\,AlCl_3} \scriptsize \begin{array}{rcl} C_6H_5CH_3 \\ टाॅलूईन \end{array} + HCl
5. कार्बिल ऐमीन अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमें प्राथमिक ऐमीन को एल्कोहाॅलिक KOH की उपस्थिति में क्लोरोफॉर्म (CHCl<3) के साथ गर्म करने पर आइसोसायनाइड यौगिक प्राप्त होते हैं। इस अभिक्रिया को कार्बिल ऐमीन अभिक्रिया (carbyl amine reaction ine Hindi) कहते हैं।
6. कोल्बे अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसने फिनाॅक्साइड को क्षार की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड के साथ गर्म करने पर सोडियम सैलिसिलेट प्राप्त होते हैं। जो सांद्र HCl द्वारा सैलिसिलिक अम्ल में बदल जाता है। इस अभिक्रिया को कोल्बे अभिक्रिया (colbe reaction in Hindi) कहते हैं।
7. कैनिजारो अभिक्रिया
यह अभिक्रिया वे एल्डिहाइड देते हैं जिनमें α–हाइड्रोजन परमाणु उपस्थित नहीं होता है। वह एल्डिहाइड तनु NaOH या KOH के साथ क्रिया करके कार्बोक्सिलिक अम्ल का लवण तथा एल्कोहल देते हैं। इस अभिक्रिया को कैनिजारो अभिक्रिया (cannizzaro reaction in Hindi) कहते हैं।
HCHO + HCHO + NaOH \longrightarrow \scriptsize \begin{array}{rcl} CH_3OH \\ मेथिल\,एल्कोहल \end{array} + \scriptsize \begin{array}{rcl} HCOONa \\ सोडियम\, फाॅर्मेट \end{array}
8. गाटरमान कॉख अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमे बेंजीन कार्बन मोनो ऑक्साइड (CO) तथा HCl के मिश्रण के साथ निर्जल AlCl3 की उपस्थिति में अभिक्रिया करके बेंजेल्डिहाइड बनाते हैं। इस अभिक्रिया को गाटरमान कॉख अभिक्रिया कहते हैं।
9. राइमन टीमन अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमे फिनॉल को सोडियम हाइड्रोक्साइड NaOH के जलीय विलयन की उपस्थिति में क्लोरोफॉर्म के साथ गर्म करने पर सैलिसिलिक एल्डिहाइड बनता है इस प्रकार की अभिक्रिया को राइमन टीमन अभिक्रिया (reimer tiemann reaction in Hindi) कहते हैं।
10. इटार्ड अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमें क्रोमिल क्लोराइड (CrO2Cl2) द्वारा कार्बन डाईसल्फाइड (CS2) की उपस्थिति में टॉलूईन का आंशिक ऑक्सीकरण होकर बेंजेल्डिहाइड बनता है। इस अभिक्रिया को इटार्ड अभिक्रिया (etard reaction in Hindi) कहते हैं।
\scriptsize \begin{array}{rcl} C_6H_5CH_3 \\ टॉलूईन \end{array} \xrightarrow [(ii)\,H_2O] {(i)\,CrO_2Cl_2} \scriptsize \begin{array}{rcl} C_6H_5CHO \\ बेंजेल्डिहाइड \end{array}
11. हॉफमान ब्रोमेमाइड अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जिसमे किसी प्राथमिक एमाइड को ब्रोमीन तथा कास्टिक सोडा (KOH) के साथ गर्म किया जाता है तो प्राथमिक ऐमीन प्राप्त होता है। इस अभिक्रिया को हॉफमान ब्रोमेमाइड अभिक्रिया(Hofmann bromamide reaction in Hindi) कहते हैं।
12. विलियमसन संश्लेषण
वह अभिक्रिया जिसमे सोडियम ऐल्कॉक्साइड को एल्किल हैलाइड के साथ गर्म करने पर ईथर प्राप्त होता है। इस प्रकार की अभिक्रिया को विलियमसन संश्लेषण (Williamson synthesis in Hindi) कहते हैं।
आशा करते हैं कि रसायन विज्ञान की सभी अभिक्रियाओं से संबंधित यह अध्याय आपको पसंद आया होगा। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप हमें कमेंट से बता सकते हैं। और इस लेख को अपने सहपाठियों के साथ शेयर जरूर करें।
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And so helpful 🙏🙏🙏🙏
हमे पढ़ाई करना है सर
Thanks
Thank you sir ❤️💗
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Chemistry notes
Thank you very much
Very helpful thank you sir
Thanks a lot sir
Thank you sir 🙏 😊
Thank you sir , isse achchha isse aasaan paribhasha hame kahin nahin mila.
Hello sir
Very helpful sir tq very much sir g🙏
Sir aap cross eldol ki bhi likh kar upload kar do na sir plz
Thank you sir 💯💯