तत्वों का वर्गीकरण एवं गुणधर्म में आवार्तिता | Chemistry class 11 chapter 3 notes in Hindi

तत्वों का वर्गीकरण एवं गुणधर्म में आवार्तिता रसायनिक विज्ञान कक्षा 11 का तीसरा पाठ है।

इस पाठ के अंतर्गत आवर्त सारणी को पूर्ण रूप से वर्णित किया गया है इसमें कई महत्वपूर्ण एवं बड़े टॉपिक हैं। जिन पर दीर्घ उत्तरीय प्रश्न बनते हैं। इसलिए आप सभी students इस पाठ को अच्छे से पढ़े और बार-बार अभ्यास करें।

तत्वों का वर्गीकरण

सन् 1800 में 31 तत्वों के बारे में ज्ञात था तथा सन् 1865 में 63 तत्व ज्ञात थे लेकिन आज लगभग 118 तत्वों की खोज हो चुकी है इतने सारे तत्वों और उनके यौगिकों के रासायनिक गुणों का अध्ययन अलग अलग कर पाना बहुत कठिन था। इस कठिनाई को दूर करने के लिए वैज्ञानिकों ने तत्वों का वर्गीकरण करना बहुत आवश्यक समझा। तत्वों का प्रथम वर्गीकरण रूसी वैज्ञानिक मेंडलीफ ने किया था। आधुनिक आवर्त सारणी भी मेंडलीफ द्वारा प्रस्तुत आवर्त सारणी का आधुनिक रूप है। आवर्त सारणी से तत्वों और उनके यौगिकों का अध्ययन सरल और क्रमबद्ध हो गया है।

डोबेराइनर का त्रिक का नियम

डोबेराइनर ने यह ज्ञात किया कि, समान भौतिक व रासायनिक गुण वाले तीन तत्वों को परमाणु भार के बढ़ते क्रम में रखा जाता है तो बीच वाले तत्व का परमाणु भार शेष दोनों तत्वों के परमाणु भार के औसत मान के लगभग बराबर होता है। इसे ही डोबेराइनर का त्रिक का नियम कहते हैं।
उदाहरण –
1. लीथियम, सोडियम तथा पोटैशियम को परमाणु भार के बढ़ते हुए क्रम में रखते हैं तो लीथियम तथा पोटैशियम के परमाणु भार का औसत मान सोडियम के परमाणु भार के बराबर होता है।
तत्व           Li     Na     K
परमाणु भार 7     23     39    
औसत मान = \frac{7 + 39}{2} = 23
अर्थात् Li तथा K के परमाणु भार का औसत मान Na के परमाणु भार के बराबर है।

2. तत्व       Ca     Sr     Br
परमाणु भार 40     87.6     137.4    
औसत मान = \frac{40 + 137.4}{2} = 88.7
अर्थात् Ca तथा Br के परमाणु भार का औसत मान Sr के परमाणु भार के लगभग बराबर है।

न्यूलैंड का अष्टक नियम

सन् 1865 में अंग्रेज रसायनज्ञ ज़ोन अलेक्जेंडर न्यूलैंड ने यह बताया कि यदि तत्वों को उनके परमाणु भार के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित किया जाए तो आठवें तत्व के गुण प्रथम तत्व के गुण के समान होते हैं। जिस प्रकार आठवें स्वर की ध्वनि प्रथम स्वर की ध्वनि की पुनरावृत्ति होती है। इसी कारण इसे न्यूलैंड का अष्टक नियम (Newland law of octaves in Hindi) कहा जाता है।

स्वरसारेगामापाधानि
तत्वLiBeBCNOF
NaMgAlSiPsCl
KCa

यह नियम कैल्शियम (Ca) के बाद के तत्वों पर लागू नहीं होता है।

Chemistry class 11 chapter 3 notes in Hindi

इस पाठ में कई महत्वपूर्ण टॉपिक है जिन पर Study Nagar द्वारा अलग से स्पेशल लेख तैयार किए गए हैं। जिनका लिंक नीचे दिया गया है वहां से आप उन सभी टॉपिक को पढ़ सकते हैं। पढ़ें…

मेंडलीफ की आवर्त सारणी नियम के गुण एवं दोष, तत्वों का वर्गीकरण का आधार क्या है
तत्वों की आधुनिक आवर्त सारणी नियम क्या है, दीर्घाकार आवर्त सारणी, खोजकर्ता


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