उपसहसंयोजन संख्या, केंद्रीय धातु परमाणु क्या है परिभाषित कीजिए, समन्वय संख्या

उपसहसंयोजन संख्या

लिगेंडो की अधिकतम संख्या, जो किसी केंद्रीय धातु परमाणु या आयन के साथ संयोग करती है तब उसे उस केंद्रीय धातु परमाणु या आयन की उपसहसंयोजन संख्या (co-ordination number ine Hindi) कहते हैं। इसे समन्वय संख्या भी कहते हैं।

उपसहसंयोजन संख्या के उदाहरण

K4[Fe(CN)6] में Fe2+ आयन से 6CN लिगेंड जुड़े हैं। अतः इसकी उपसहसंयोजन संख्या 6 है। एवं [Fe(C2O4)3]3- तथा [Ni(NH3)4]2+ में Fe और Ni लिगेंड की उपसहसंयोजन संख्या क्रमशः 6 तथा 4 है।

किसी धातु परमाणु या आयन से जुड़े कुल दाता परमाणुओं की संख्या को उपसहसंयोजन संख्या कहते हैं।
Note – अगर यह पता हो कि परमाणु पर कितने दंतुक लिगेंड उपस्थित हैं तब उपसहसंयोजन संख्या इस प्रकार ज्ञात कर सकते हैं।
1. उपसहसंयोजन संख्या = दंतुक लिगेंड की संख्या
2. उपसहसंयोजन संख्या = 2 × द्वि-दंतुक लिगेंड की संख्या
3. उपसहसंयोजन संख्या = 3 × त्रि-दंतुक लिगेंड की संख्या

केंद्रीय धातु परमाणु

उपसहसंयोजक संख्या योगी को मैं धातु परमाणु या आयन कुछ निश्चित परमाणु यक परमाणुओं के समोसे स्थाई रूप से जुड़े रहते हैं तब इस धातु परमाणु या आयन को केंद्रीय धातु परमाणु या आयन कहते हैं।
उदाहरण – [NiCl2(H2O)4] , K[Ag(CN)6] तथा [CoCl(NH3)5]2+ में केंद्रीय धातु परमाणु आयन क्रमशः Ni2+ , Ag+ तथा Co3+ हैं।

केंद्रीय परमाणु की ऑक्सीकरण संख्या

किसी संकुल में केंद्रीय परमाणु से जुड़े सभी लिगेंड्स को जब उनके साझे किए गए इलेक्ट्रोड युग्म सहित हटा लिया जाए तो उसे केंद्रीय परमाणु पर उपस्थित आदेश को उस केंद्रीय परमाणु की ऑक्सीकरण संख्या कहते हैं।
उदाहरण –
1. [Cu(NH3)4]SO4 में Cu की ऑक्सीकरण संख्या +2 है।
2. [Cu(CN)6]3- में काॅपर की ऑक्सीकरण संख्या +1 है।

होमोलेप्टिक तथा हेट्रोलेप्टिक संकर

वह संकर यौगिक जिसमें केंद्रीय धातु परमाणु या आयन केवल एक प्रकार के ही दाता समूह से जुड़ा होता है तो उसे होमोलेक्टिक संकर यौगिक कहते हैं।
उदाहरण – [Fe(CN)6]4- तथा [Co(NH3)6]3+ आदि होमोलेप्टिक संकर यौगिक के उदाहरण हैं।

वह संकर यौगिक जिसमें केंद्रीय धातु परमाणु या आयन एक से अधिक प्रकार के दाता समूह से जुड़े रहते हैं। तो उसे हेट्रोलेप्टिक संकर यौगिक कहते हैं।
उदाहरण – [Co(NH3)4]+ तथा [Co(NH3)5]+ आदि हेट्रोलेप्टिक संकर यौगिक के उदाहरण हैं।

समन्वय मंडल

केंद्रीय परमाणु या आयन से जुड़े लिगेंडो को जब एक साथ वर्गाकार कोष्टक में लिखा जाता है तब यह सभी मिलकर समन्वय मंडल कहलाते हैं।
उदाहरण – K4[Fe(CN)6] में [Fe(CN)6]4- समन्वय मंडल है तथा K+ प्रति आयन है।


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