प्रस्तुत लेख के अंतर्गत Study Nagar द्वारा समजातीय श्रेणी या सजातीय श्रेणी के बारे में विस्तार से अध्ययन किया गया है। एवं इसमें समजातीय श्रेणी की विशेषताएं, उदाहरण का भी अध्ययन कराया गया है।
समजातीय श्रेणी
कार्बनिक यौगिकों की वह श्रेणी जिसमें कार्बनिक यौगिकों को अणुभार के बढ़ते हुए क्रम में रखा गया है। तथा इसका प्रत्येक सदस्य एक ही प्रकार के क्रियात्मक समूह द्वारा प्रतिस्थापित होता है। उसे समजातीय श्रेणी (Homologous series in Hindi) कहते हैं।
समजातीय श्रेणी के उदाहरण
- CH4, C2H6, C3H8, C4H10
- CH3OH, C2H5OH, C3H7OH, C4H9OH
- HCHO, CH3CHO, C2H5CHO, C3H7CHO
Note – इन सभी उदाहरण में क्रमागत सदस्य में CH2 का अंतर है।
जैसे – CH4 में CH2 जोड़ दें तो C2H6 हो जाता है। तथा C2H6 + CH2 = C3H8 एवं C3H8 + CH2 = C4H10 हो जाता है।
समजातीय श्रेणी की विशेषताएं
- किसी सजातीय श्रेणी के सभी सदस्य को एक सामान्य सूत्र द्वारा दर्शाया जा सकता है।
- सभी सदस्यों का एक ही क्रमागत समूह होता है।
- प्रत्येक क्रमागत सदस्य के अणुसूत्र में —CH2 का अंतर होता है।
- प्रत्येक क्रमागत सदस्य के अणुभार में 14u का अंतर होता है।
- समान रासायनिक गुणधर्म तथा अणुभार के बढ़ने पर इनके भौतिक गुणों में भिन्नता आती है।
कुछ प्रमुख समजातीय श्रेणी
1. एल्केन श्रेणी – इस श्रेणी का सामान्य सूत्र CnH2n+2 होता है। तथा श्रेणी का प्रथम सदस्य मेथेन है। एल्केन को पैराफिन भी कहा जाता है।
n का मान | अणुसूत्र | यौगिक का नाम |
1 | CH4 | मेथेन |
2 | C2H6 | एथेन |
3 | C3H8 | प्रोपेन |
4 | C4H10 | ब्यूटेन |
2. एल्कीन श्रेणी – इस श्रेणी का सामान्य सूत्र CnH2n होता है। तथा श्रेणी का प्रथम सदस्य एथीन है। इस श्रेणी के सदस्य की संरचना में एक कार्बन-कार्बन द्वि-आबंध होता है।
n का मान | अणुसूत्र | यौगिक का नाम |
2 | C2H4 | एथीन |
3 | C3H6 | प्रोपीन |
4 | C4H8 | ब्यूटीन |
3. एल्काइन श्रेणी – इस श्रेणी का सामान्य सूत्र CnH2n-2 होता है। तथा श्रेणी का प्रथम सदस्य एथाइन है। इस श्रेणी के सदस्य की संरचना में एक कार्बन-कार्बन त्रिक-आबंध होता है।
n का मान | अणुसूत्र | यौगिक का नाम |
2 | C2H2 | एथाइन |
3 | C3H4 | प्रोपाइन |
4 | C4H6 | ब्यूटाइन |
क्रियात्मक समूह
कार्बनिक यौगिकों में उपस्थित किसी परमाणु या परमाणु का वह समूह जो कार्बनिक यौगिकों की क्रियाओं को मुख्य रूप से निर्धारित करते हैं। उन्हें क्रियात्मक समूह कहते हैं।
क्रियात्मक समूह यौगिक का वह भाग होता है। जिस पर यौगिक के रसायनिक गुण निर्भर करते हैं।
उदाहरण – मेथिल एल्कोहॉल CH3OH में दो भाग हैं।
—CH3 तथा —OH
चूंकि यौगिक की अधिकतर रासायनिक क्रियाओं में —OH समूह ही भाग लेता है। इसलिए यह समूह यौगिक में क्रियात्मक समूह है। ऐसे ही
CH3NO2 → में NO2 क्रियात्मक समूह है।
C2H5COOH → में COOH क्रियात्मक समूह है।
क्रम संख्या | क्रियात्मक समूह | सूत्र | संरचना | उदाहरण |
1 | हैलोजन | —X | —Cl, —Br, —I | CH3Cl, CH3Br, CH3I |
2 | एल्कोहल | —OH | —OH | CH3OH, C2H5OH |
3 | एल्डिहाइड | —CHO | HCHO, CH3CHO | |
4 | कीटोन | —CO— | CH3COCH3 | |
5 | कार्बोक्सिलिक अम्ल | —COOH | HCOOH, CH3COOH |
Note – छात्र इन सभी क्रियात्मक समूह की सहायता से यौगिकों के नामकरण का प्रयास करें। एवं अपनी समस्याओं को हमसे जरूर साझा करें।