हुंड का नियम
किसी उपकोश के कक्षको में इलेक्ट्रॉनों का वितरण हुंड के अधिकतम बहुलता नियम (hund principle in Hindi) के अनुसार होता है।
इस नियम के अनुसार, किसी उपकोश के कक्षको में इलेक्ट्रॉनों का युग्मन तभी होता है। जब उस उपकोश के सभी कक्षको में एक-एक इलेक्ट्रॉन भर जाता है।
अर्थात् जब सभी कक्षको में एक-एक इलेक्ट्रॉन भर जाता है तब इलेक्ट्रॉन युग्मित होते हैं। तथा युग्म के दोनों इलेक्ट्रॉन विपरीत चक्रण वाले होते हैं।
अतः इस नियम के अनुसार, s-कक्षक में दूसरे इलेक्ट्रॉन के भरने पर युग्मन आरंभ होता है। इसी प्रकार की p-कक्षक में चौथे इलेक्ट्रॉन के प्रवेश पर युग्मन प्रारंभ होता है। तथा d-कक्षक में छठे इलेक्ट्रॉन के भरने पर युग्मन प्रारंभ होता है। एवं f-कक्षक में आठवें इलेक्ट्रॉन के भरने पर युग्मन प्रारंभ होता है।
किसी उपकोश के कक्षको में इलेक्ट्रॉनों की व्यवस्था को आयताकार आरेखों द्वारा दर्शाते हैं।
1. इन आरेखों से उपकोशो को प्रदर्शित करते हैं।
2. बॉक्स से कक्षको को दर्शाते हैं।
3. ( \upharpoonleft \downharpoonright ) तीर द्वारा इलेक्ट्रॉनों को प्रदर्शित करते हैं।
Note – आपको अच्छी तरह समझाने के लिए हमने p-उपकोश के कक्षको में इलेक्ट्रॉनों का भरना निम्न प्रकार समझाया गया है।
देखा जैसा हुंड के नियम की परिभाषा में ही बताया गया है की p-उपकोश में चौथे इलेक्ट्रॉन के भरने पर युग्मन प्रारंभ होता है वैसा आप इस टेबल द्वारा आसानी से समझ गए होंगे। आइए अब हुंड के नियम को उदाहरण देकर समझते हैं।
हुंड के नियम के उदाहरण
हुंड के नियम को उदाहरण देकर आसानी से समझाया जा सकता है।
Q.1 यदि किसी p-उपकोश में 5 इलेक्ट्रॉन है तो उनके वितरण को समझाइए?
हल – चूंकि हम जानते हैं कि p-उपकोश में तीन कक्षक होते हैं। तथा इलेक्ट्रॉन का युग्मन चौथे इलेक्ट्रॉन के भरने पर होता है तो
Q.2 ऑक्सीजन परमाणु में इलेक्ट्रॉनों के वितरण को निरूपित कीजिए?
हल – चूंकि हम जानते हैं कि ऑक्सीजन का परमाणु क्रमांक 8 होता है तो
ऑक्सीजन = 8 = 1s2 2s2 2p4
या इसे इस प्रकार भी लिख सकते हैं।
ऑक्सीजन = 1s2 2s2 2px2 2py1 2px1
आशा करते हैं कि हुंड के नियम से संबंधित यह लेख आपको पसंद आया होगा इसे और अधिक सरलता से समझाने के लिए हमने हुंड के नियम को उदाहरण सहित वर्णित किया है अगर आपका कोई प्रश्न है तो आप हमें जरूर बताएं।
धन्यवाद
Team Study Nagar
Thanks
thank you for leave this page
very nice consept is clear