अक्रिय गैस
वह तत्व जो रासायनिक रूप से निष्क्रिय होते हैं उन्हें अक्रिय गैस (inert gases in Hindi) कहते हैं।
अक्रिय गैसों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ns2np6 होता है। अतः इनका बाह्यतम कोश पूर्ण भरे होते हैं जिस कारण ये निष्क्रिय हो जाते हैं। हीलियम का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ns2 होता है। यह भी अक्रिय गैसों की श्रेणी में आती है। अक्रिय गैसों में ऑर्गन वायुमंडल में सर्वाधिक मात्रा में पायी जाती है।
अक्रिय गैसों के गुण
- यह गैसें रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन होती हैं।
- ऑर्गन वायुमंडल में सर्वाधिक मात्रा में पायी जाती है जबकि शेष गैसें अल्प मात्रा में पायी जाती हैं।
- अक्रिय गैसों की संयोजकता शून्य होती है।
- यह जल में अल्प विलेय होती हैं
1. हीलियम
हीलियम अक्रिय गैसों में सबसे हल्की व अज्वलनशील गैस है। इसका परमाणु क्रमांक 2 तथा अणुभार 4 होता है। हीलियम का प्रतीक He होता है।
हीलियम के उपयोग
- हीलियम का उपयोग गुब्बारों तथा वायुयान के टायरों में भरने में किया जाता है।
- हीलियम एवं ऑक्सीजन के मिश्रण का उपयोग गोताखोरों द्वारा सांस लेने में किया जाता है।
- इसका उपयोग बहुत कम ताप उत्पन्न करने में क्या जाता है।
2. नियॉन
यह रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन अक्रिय गैस है। इसका परमाणु क्रमांक 10 तथा परमाणु भार 20.18 होता है। यह रसायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेती है। नियॉन का प्रतीक Ne होता है।
नियॉन के उपयोग
- नियॉन का उपयोग टेलीविजन, फोटोग्राफी तथा रेडियो में किया जाता है।
- इसका उपयोग प्रदीप्त बल्बों में विज्ञापन प्रदर्शन में किया जाता है।
- इसका उपयोग नियॉन प्रकाश उत्पन्न करने में क्या जाता है।
3. ऑर्गन
यह रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन अक्रिय गैस है। इसका परमाणु क्रमांक 18 तथा परमाणु भार 39.95 होता है। ऑर्गन का प्रतीक Ar होता है।
ऑर्गन के उपयोग
- ऑर्गन का मुख्य उपयोग बिजली के बल्बों में भरने में किया जाता है।
- धातु तथा उपधातुओं के आर्क वेल्डिंग में प्रयोग किया जाता है।
- नियॉन के साथ ऑर्गन का मिश्रण चमकने वाले विज्ञापनों में प्रयोग किया जाता है।
4. क्रिप्टाॅन
यह रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन गैस है। इसका परमाणु क्रमांक 36 तथा परमाणु भार 83.80 होता है। यह सूक्ष्म मात्रा में पाई जाती है। क्रिप्टाॅन का प्रतीत Kr होता है।
क्रिप्टाॅन के उपयोग
- क्रिप्टाॅन का कोई विशेष उपयोग नहीं होता है। इसका उपयोग विशेष अवसरों, पर्वो में लगने वाले बल्बों में किया जाता है।
- विद्युत विसर्जन नलिका में इसका उपयोग किया जाता है।
5. जीनाॅन
यह एक रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन दुर्लभ गैस है। इसका परमाणु क्रमांक 54 तथा अणुभार 131.30 होता है। जीनाॅन का प्रतीक Xe होता है।
6. रेडॉन
यह यूरेनियम तथा थोरियम के रेडियोएक्टिव विघटन से प्राप्त होती है। यह एक रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन गैस है। इसका परमाणु क्रमांक 86 तथा अणुभार 222 होता है। एवं इसका प्रतीक Rn है। रेडॉन उपयोग कैंसर के इलाज तथा रेडियोएक्टिवता शोध में किया जाता है।
Nice to see you sir