कार्बनिक यौगिकों का नामकरण
कार्बनिक रसायन में कार्बनिक यौगिकों की संख्या अत्यधिक है एवं सभी कार्बनिक यौगिकों का अलग-अलग नाम देना तथा उनकी पहचान करना एक बड़ी समस्या थी। इसको दूर करने के लिए निम्नलिखित पद्धतियां प्रस्तुत की गई। जिनमें से IUPAC नामपद्धति मुख्य है।
आईयूपीएसी IUPAC नामपद्धति
कार्बनिक रसायन में लाखों कार्बनिक यौगिक हैं। इन कार्बनिक यौगिकों की स्पष्ट पहचान करने के लिए यौगिकों की एक सुव्यवस्थित विधि को विकसित किया गया। जिसे आईयूपीएसी नाम पद्धति (IUPAC system of nomenclature in Hindi) कहते हैं। इस पद्धति का पूरा नाम
IUPAC = International union of pure and applied chemistry
आईयूपीएसी पद्धति में यौगिकों का नाम उनकी संरचना के आधार पर रखा जाता है। अर्थात किसी यौगिक का IUPAC नाम उस यौगिक की संरचना को प्रदर्शित करता है। कार्बनिक यौगिक का IUPAC नाम रखने के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना होता है जो नियम निम्न प्रकार से दिए गए हैं।
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IUPAC नामकरण के नियम
- सबसे पहले जिस कार्बनिक यौगिक का IUPAC नाम लिखना है उसमें उपस्थित कार्बन परमाणुओं की सबसे लंबी श्रृंखला का चयन करते हैं।
- फिर श्रृंखला में उपस्थित कार्बन परमाणुओं का अंकन किया जाता है जिससे संगत एल्केन का पता लगता है। अंकन इस प्रकार किया जाता है जिससे क्रियात्मक समूह वाले कार्बन परमाणुओं को निम्नतम अंक मिले जैसे –
- जब दो या दो से अधिक प्रतिस्थापी समूह होते हैं तब IUPAC नाम लिखने पर उनके बीच कोमा (,) लगाया जाता है तथा प्रतिस्थापी समूह की संख्या के आधार पर डाइ, ट्राई, टेट्रा, पेंटा तथा हेक्सा प्रयोग किया जाता है।
IUPAC नाम → 2, 4-डाईमेथिलपेन्टेन
- यदि दो प्रतिस्थापी समूह की स्थितियां तुल्य होती हैं। तो अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम में कम अंक, पहले आने वाले प्रतिस्थापी समूह को दिया जाता है। जैसे – एथिल और मैथिल दो प्रतिस्थापी समूह हैं तब इनमें एथिल अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार मैथिल से पहले आता है जैसे –
इसका IUPAC नाम → 3-एथिल-6-मेथिलहेप्टेन सही है जबकि 5-एथिल-2-मेथिलहेप्टेन गलत है।
- कार्बन की संख्या के आधार पर एल्केन निम्न प्रकार लिखे जाते हैं।
सूत्र | कार्बन की संख्या | एल्केन का नाम |
CH4 | 1 | मेथेन |
C2H6 | 2 | एथेन |
C3H8 | 3 | प्रोपेन |
C4H10 | 4 | ब्यूटेन |
C5H12 | 5 | पेन्टन |
C6H14 | 6 | हेक्सेन |
C7H16 | 7 | हेप्टेन |
C8H18 | 8 | ऑक्टेन |
क्रियात्मक समूह
किसी कार्बनिक यौगिक के अणु में उपस्थित वह परमाणु समूह जो उन कार्बनिक यौगिकों की क्रियाओं को मुख्य रूप से निर्धारित करते हैं। क्रियात्मक समूह कहलाते हैं।
क्रियात्मक समूह से IUPAC नामकरण निम्न सारणी के अनुसार किया जाता है। इस सारणी में निम्न क्रियात्मक समूह और IUPAC नामकरण में लगने वाले अनुलग्न और पूर्वलग्न को दिया गया है।
Note – श्रेणी अनुलग्न को एल्केन के बाद में लिखते हैं जबकि श्रेणी पूर्वलग्न को एल्केन से पहले लिखते हैं। ज्यादातर अनुलग्न ही प्रयोग होता है।
क्रियात्मक समूह | संरचना | श्रेणी पूर्वलग्न | श्रेणी अनुलग्न | IUPAC उदाहरण |
एल्केन | — | — | ऐन | एथेन CH4 |
एल्कीन | >C=C< | — | ईन | एथीन C2H4 |
एल्काइन | —C≡C— | — | आइन | एथाइन C2H2 |
एल्कोहॉल | —OH | हाइड्रोक्सी | –ऑल | एथेनॉल C2H5OH |
एल्डिहाइड | —CHO | फार्मिक | –एल | एथेनेल C2H5CHO |
कीटोन | —CO | ऑक्सो | –ओन | प्रोपेनोन CH3COCH3 |
कार्बोक्सिलिक अम्ल | —COOH | कार्बोक्सी | –ओइक अम्ल | एथेनोइक अम्ल CH3COOH |
ऐमीन | —NH2 | — | एमीन | एथेनेमीन C2H5NH2 |
एस्टर | —COOR | — | ओएट | मेथिल एथेनाेएट CH3COOCH3 |
ऐमाइड | CONH2 | कार्बाइल | एमाइड | एथेनेमाइन CH3CONH2 |
IUPAC नामकरण के उदाहरण
1. CH3–CH2–C≡C–CH3 का IUPAC नाम लिखिए?
इस यौगिक में कार्बन का अंकन दायीं ओर से किया जाएगा। चूंकि दायीं ओर से एल्काइन समूह निकटतम अंक पर है तब कार्बन परमाणु कुल 5 हैं। अतः संगत एल्केन का नाम पेन्टेन है। तब इसमें श्रेणी अनुलग्न आइन लगेगा। तो
पेन्टेन – ऐन + आइन = पेन्टाइन
IUPAC नाम = पेन्टाइन
2. CH3–CO–CH2–CH3 का आईयूपीएसी नाम ब्यूटेनोन होगा। क्योंकि इसमें चार कार्बन परमाणु हैं तथा कीटोन क्रियात्मक समूह है। अतः
ब्यूटेन – ऐन + ऑल = ब्यूटेनोन
IUPAC नाम = ब्यूटेनोन
3.
इसमें चार कार्बन परमाणु हैं तथा इसका अंकन दायीं ओर से होगा। चूंकि दायीं ओर से एल्कोहोल क्रियात्मक समूह निम्न पर प्राप्त होता है। तब
IUPAC नाम = 3-मेथिलब्यूटेन-1-ऑल
कार्बनिक यौगिकों का संरचना सूत्र
किसी कार्बनिक यौगिक के आईयूपीएसी नाम ज्ञात होने पर उसका संरचना सूत्र भी लिखा जा सकता है। आईयूपीएसी नाम से यौगिक का संरचना सूत्र लिखने पर आईयूपीएसी नाम वाले नियम का ही विपरीत तरीके प्रयोग किया जाता है। सबसे पहले एल्केन से कार्बन की श्रृंखला बनाते हैं एवं फिर क्रियात्मक समूह उपस्थित है तो उसको लिखते हैं। तथा बाद में कार्बन की संयोजकता को हाइड्रोजन परमाणुओं द्वारा संतुष्ट करने पर यौगिक का निम्न संरचना सूत्र प्राप्त होता है। कुछ यौगिकों के संरचना सूत्र निम्न प्रकार दिए गए हैं।
जैसे –
(a) 3-मेथिलब्यूटेन-1-ऑल
(b) 4-मेथिलपेन्ट-2-ईन
(c) 2-मेथिलब्यूटेनोइक अम्ल
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