फास्फीन
फास्फीन, फास्फोरस का मुख्य हाइड्राइड है यह विषैली गैस होती है। इसको सूंघने पर सड़ी मछली जैसी गंध आती है।
फास्फीन बनाने की विधि
फास्फीन प्राप्त करने की अनेक विधियां हैं। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण प्रयोगशाला विधि है फास्फीन बनाने की विधियां निम्न प्रकार से हैं।
1. फास्फीन की प्रयोगशाला विधि
प्रयोगशाला में फास्फीन सफेद फास्फोरस P4 को कार्बन डाइऑक्साइड अथवा कोल गैस के अक्रिय वातावरण में गोल पेंदी की फ्लास्क में सांद्र सोडियम हाइड्रोक्साइड विलयन के साथ गर्म करके बनाई जाती है।
P4 + 3NaOH + 3H2O \longrightarrow 3NaH2PO2 + \scriptsize \begin{array}{rcl} PH_3 \\ फास्फीन \end{array}
शुद्ध फास्फीन अज्वलनशील होती है। लेकिन P2H4 या P4 की अशुद्धियों की उपस्थिति के कारण इसमें ज्वलनशीलता उत्पन्न हो जाती है।
प्रस्तुत चित्र में पूरा स्पष्ट किया गया है कि गोल पेंदी के फ्लास्क में NaOH का विलयन लेकर उसे सफेद फास्फोरस के साथ गर्म करते हैं जिससे फास्फीन प्राप्त होती है।
अन्य विधियां
2. फास्फोनियम आयोडाइड द्वारा
फास्फोनियम आयोडाइड की KOH के साथ क्रिया करने पर फास्फीन प्राप्त होती है।
PH4I + KOH \longrightarrow KI + H2O + \scriptsize \begin{array}{rcl} PH_3 \\ फास्फीन \end{array}
3. सल्फाइडों द्वारा
कैल्शियम सल्फाइट की जल अथवा तनु HCl के साथ अभिक्रिया द्वारा फास्फीन बनाई जाती है।
Ca3P2 + 6HCl \longrightarrow 3CaCl2 + \scriptsize \begin{array}{rcl} 2PH_3 \\ फास्फीन \end{array}
फास्फोरस के भौतिक गुण
- फास्फीन रंगहीन, अत्यंत विषैली गैस है इसमें सड़ी मछली जैसी गंध आती है।
- यह जल में अल्प विलेय हैं।
- यह वायु से भारी गैस है।
- फास्फीन का घनत्व 1.53 ग्राम/लीटर होता है।
फास्फीन के रासायनिक गुण
(i) ज्वलनशीलता
ऑक्सीजन की उपस्थिति में यह आसानी से जल जाती है जिससे फास्फोरस पेंटोक्साइड बनता है।
4PH3 + 8o2 \longrightarrow P4O10 + 16H2O
(ii) क्लोरीन से अभिक्रिया
क्लोरीन से क्रिया करके फास्फीन, फास्फोरस ट्राईक्लोराइड बनाती है।
PH3 + 3Cl2 \longrightarrow PCl3 + 3HCl
(iii) अम्लों से क्रिया
फास्फीन हैलोजन अम्लों के साथ क्रिया करके फास्फोनियम हैलाइड बनाती है।
PH3 + HX \longrightarrow PH4X
जहां X = I , Br , Cl हैं।
फास्फीन के उपयोग
- फास्फीन धातुओं के फास्फाइड बनाने में प्रयुक्त की जाती है।
- फास्फीन का उपयोग युद्धों में धूम्रपट बनाने में भी किया जाता है।
- इसका उपयोग होम्ज संकेत बनाने में किया जाता है।