दोलन गति क्या है | Physics class 11 chapter 14 notes in Hindi

भौतिकी कक्षा 11 का अध्याय 14 दोलन गति है। इस अध्याय के अंतर्गत हम दोलन गति को पूरा अध्ययन करेंगे।

सरल आवर्त गति, सरल लोलक, अनुनाद आदि भी इसी के अंतर्गत ही आते हैं तो उनका भी अध्ययन पूर्ण रूप से करेंगे।

दोलन गति

जब कोई पिंड एक निश्चित पथ पर किसी स्थिर बिंदु के इधर-उधर एक नियत समय में अपनी गति को बार-बार दोहराता है तो पिंड की इस गति को दोलन गति (oscillatory motion in Hindi) कहते हैं‌। इसे कंपन गति भी कहते हैं।

दोलन गति के उदाहरण

  1. जब हम किसी रस्सी को दीवार से बांधकर रस्सी के दूसरे सिरे को हाथ से हिलाते हैं। तो रस्सी में कंपन उत्पन्न हो जाते हैं। अर्थात् रस्सी एक निश्चित समय में अपनी गति को बार-बार ऊपर-नीचे दोहराती है। अतः रस्सी की यह गति दोलन गति है।
दोलन गति के उदाहरण
  1. जब किसी रस्सी से पत्थर बांधकर उसके दूसरे सिरे को किसी वस्तु से बांध देते हैं। एवं अब पत्थर को हिलाते हैं तो पत्थर एक निश्चित बिंदु के इधर-उधर निश्चित समय में बार-बार अपनी गति को दोहराता रहता है। अतः पत्थर की यह गति दोलन गति है। चित्र सहित स्पष्ट है।
दोलन गति के उदाहरण
  1. अन्य उदाहरण – हमारे घरों में लगे घंटे की सूइयों की गति, सरल लोलक की गति, सिलाई मशीन की सुई की गति आदि।

Note
प्रत्येक दोलन गति आवश्यक रूप से आवर्ती गति होती है। परंतु प्रत्येक आवर्त गति, दोलन गति हो यह आवश्यक नहीं है। जैसे –
पृथ्वी सूर्य के चारों ओर आवर्ती गति करती है। दोलन गति नहीं करती। क्योंकि पृथ्वी की गति किसी निश्चित बिंदु के इधर-उधर नहीं होती है।

पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in Hindi

Physics class 11 chapter 14 notes in Hindi

प्रस्तुत लेख में दोलन गति नोट्स को पूर्ण रूप से शामिल किया गया है। इसमें कई महत्वपूर्ण बिंदु हैं जिनसे संबंधित प्रश्न वार्षिक परीक्षाओं में जरूर आते हैं यह बिंदु समझाने में आसानी हो, इसलिए इन्हें अलग-अलग तैयार किया गया है। जिनका लिंक नीचे दिया गया है आप वहां जाकर प्रत्येक बिंदु को विस्तार से पढ़ सकते हैं। पढ़ें…


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