वृत्तीय गति
जब कोई कण एक वृत्त के आकार के पथ अर्थात् वृत्तीय पथ पर गति करता है तो कण की गति को वृत्तीय गति (circular motion in Hindi) कहते हैं।
प्रस्तुत चित्र में से स्पष्ट है कि एक कण कैसे वृत्तीय पथ पर गति करता है।
वृत्तीय गति के उदाहरण
” रस्सी से बंधे पत्थर को घुमाने पर गति “
यह वृत्तीय गति को समझने के लिए सबसे अच्छा उदाहरण है इसके आधार पर वृत्तीय गति को इस प्रकार परिभाषित किया जा सकता है। कि
” जब कोई कण किसी बिंदु को केंद्र मानकर उसके चारों ओर एक वृत्तीय पथ पर गति करता है तो उसकी गति को वृत्तीय गति कहते हैं। “
वृत्तीय गति के प्रकार
वृत्तीय गति दो प्रकार की होती है
(1) एकसमान वृत्तीय गति
(2) असमान वृत्तीय गति
1. एकसमान वृत्तीय गति
जब कोई कण एकसमान चाल से वृत्तीय पथ पर गति करता है तो कण की इस गति को एकसमान वृत्तीय गति (uniform circular motion in Hindi) कहते हैं।
अथवा जब कोई कण एक बिंदु को केंद्र मानकर उसके चारों ओर एक वृत्तीय पथ पर एकसमान चाल से चलता है तो कण की गति एकसमान वृत्तीय गति कहलाती है।
एकसमान वृत्तीय गति में कण की गतिज ऊर्जा, रेखीय चाल तथा कोणीय संवेग नियत रहते हैं।
2. असमान वृत्तीय गति
जब कोई कण असमान चाल से वृत्तीय पथ पर गति करता है तो कण की इस गति को असमान वृत्तीय गति (non-uniform circular motion in Hindi) कहते हैं।
अथवा जब कोई कण एक बिंदु को केंद्र मानकर उसके चारों ओर एक वृत्तीय पथ पर असमान चाल से चलता है तो कण की यह गति असमान वृत्तीय गति कहलाती है।
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कोणीय विस्थापन
जब कोई कण एकसमान वृत्तीय गति करता है तो कण का त्रिज्य सदिश निश्चित समयांतराल में जितना कोण घूमता है उसे कण का कोणीय विस्थापन कहते हैं।
कोणीय विस्थापन को ∆θ से दर्शाया जाता है। तो कोणीय विस्थापन का सूत्र
कोणीय विस्थापन \footnotesize \boxed { ∆θ = \frac{∆s}{r} }
कोणीय विस्थापन का मात्रक रेडियन होता है यह एक सदिश राशि है।
प्रशन-उत्तर
एकसमान वृत्तीय गति में क्या स्थिर रहता है?
गतिज ऊर्जा, रेखीय चाल और कोणीय संवेग
क्या एकसमान वृत्तीय गति त्वरित गति है?
हां, चूंकि वेग की दिशा प्रत्येक बिंदु पर बदलती रहती है।