विकिरण तथा द्रव्य की द्वेती प्रकृति 12th class physics chapter 11 objective questions and answers in हिंदी
- विकिरण व्यवहार करती है?
(a) तरंग की तरह
(b) कण की तरह
(c) (a) और (b) दोनों की तरह ✓
(d) इनमें से कोई नहीं
हल- विकिरण तरंग प्रकृति तथा कण प्रकृति दोनों की ही तरह व्यवहार करती है। इसलिए ही विकिरण की द्वैती प्रकृति कहते हैं।
- आइंस्टीन ने प्रकाश विद्युत प्रभाव की व्याख्या किस सिद्धांत पर की?
(a) बोर के परमाणु सिद्धांत पर
(b) प्लांक के क्वांटम सिद्धांत पर ✓
(c) रदरफोर्ड के तरबूज सिद्धांत मॉडल पर
(d) इनमें से कोई नहीं
हल- प्रकाश के प्रभाव से धातु से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होने की घटना को प्रकाश विद्युत प्रभाव कहते हैं। आइंस्टीन ने प्रकाश विद्युत प्रभाव की व्याख्या प्लांक के क्वांटम सिद्धांत के आधार पर की।
- एक ही स्रोत से उत्सर्जित सभी फोटोनों का निर्वात में वेग होता है?
(a) समान ✓
(b) असमान
(c) शून्य
(d) इनमें से कोई नहीं
हल- जब सभी फोटोन एक ही स्रोत से उत्सर्जित होते हैं। तो उन फोटोनों का निर्वात में वेग समान होता है। जो 3 × 108 मीटर/सेकंड के बराबर होता है।
इसलिए निर्वात में फोटोन का वेग v =C ( प्रकाश की चाल )
- प्लांक के क्वांटम सिद्धांत के अनुसार किसी फोटोन की ऊर्जा होती है?
(a) E = \large \frac{hC}{λ} ✓
(b) E = Cλ
(c) E = \large \frac{h}{C^2}
(d) शून्य
हल- प्लांक के क्वांटम सिद्धांत के अनुसार किसी फोटोन की ऊर्जा
E = hν या E = \large \frac{hC}{λ} होती है।
जहां h = प्लांक नियतांक, ν = फोटोन की आवृत्ति और C = प्रकाश की चाल है।
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- एक फोटोन, जिसकी ऊर्जा 26 इलेक्ट्रॉन-वोल्ट है। तो इसकी तरंगदैर्ध्य होगी?
(a) 6.6 × 10-8 मीटर
(b) 7.7 × 10-8 मीटर ✓
(c) 8.8 × 10-8 मीटर
(d) 9.9 × 10-8 मीटर
हल- λ तरंगदैर्ध्य की फोटोन की ऊर्जा E = \large \frac{hC}{λ} ⇒ λ = \large \frac{hC}{E}
प्रशनानुसार, E = 26 इलेक्ट्रॉन-वोल्ट
चूंकि हम जानते हैं कि 1 इलेक्ट्रॉन-वोल्ट में 1.6 × 10-19 जूल होते हैं।
इसलिए E = 26 × 1.6 × 10-19 जूल ⇒25.6 × 10-19 जूल
तो फोटोन की तरंगदैर्ध्य λ = \large \frac{hC}{E}
( जहां h = 6.6 × 10-34 जूल-सेकण्ड, C = 3 × 108 मीटर/सेकण्ड है )
λ = \large \frac{6.6 × 10^{-34}×3×10^8}{25.6 × 10^{-19}}
λ = 0.77 × 10-7
λ = 7.7 × 10-8 मीटर Ans.
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- आधुनिक मत के अनुसार प्रकाश की प्रकृति है?
(a) केवल कण प्रकृति
(b) केवल तरंग प्रकृति
(c) कण और तरंग दोनों प्रकृति ✓
(d) इनमें से कोई नहीं
हल- आधुनिक मतों के अनुसार प्रकाश की द्वैती प्रकृति है। अर्थात् प्रकाश कण तथा तरंग दोनों की भांति व्यवहार करता है।
- एक इलेक्ट्रॉन जिसकी गतिज ऊर्जा 120 इलेक्ट्रॉन-वोल्ट है। तो इसकी डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य होगी?
(a) 1.95 Å
(b) 1.2 Å
(c) 3.5 Å
(d) 1.2 Å ✓
हल- दिया है
इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा E = 120 इलेक्ट्रॉन-वोल्ट
E = 120 × 1.6 × 10-19 जूल ⇒ 192 × 10-19 जूल
हम जानते हैं कि इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान m = 9.1 × 10-31 किग्रा होता है
तो डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य λ = \frac{h}{\sqrt{2mK}}
λ = \frac{6.6×10^{-34}}{\sqrt{2×9.1 ×10^{-31}×192×10^{-19}}}
λ = \large \frac{6.6×10^{-34}}{5.91×10^{-24}} ⇒ 1.12 × 10-10
λ = 1.2 Å Ans.
- विद्युत चुंबकीय विकिरण की तरंगदैर्ध्य इसके फोटोन की तरंगदैर्ध्य के होती है?
(a) बराबर ✓
(b) विपरीत
(c) कभी बराबर कभी विपरीत
(d) शून्य
हल- ν आवृत्ति के विद्युत चुंबकीय विकिरण की तरंगदैर्ध्य
λ1 = \large \frac{C}{ν} समी. ①
प्रोटोन की तरंगदैर्ध्य λ2 = \large \frac{h}{P} जहां P = \large \frac{hν}{C} है
तो λ2 = \large \frac{h}{hν/C}
⇒ \large \frac{C}{ν} समी. ① से
तो λ2 = λ1
अतः स्पष्ट है कि विद्युत चुंबकीय विकिरण की तरंगदैर्ध्य इसके फोटोन की तरंगदैर्ध्य के बराबर होती है।
9. धात्विक पृष्ठ से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित तब होते हैं जब पृष्ठ पर आपतित प्रकाश की आवृत्ति?
(a) देहली आवृत्ति से कम हो
(b) देहली आवृत्ति की आधी हो
(c) देहली आवृत्ति से अधिक हो ✓
(d) आवृत्ति का कोई प्रभाव नहीं है
10. एक प्रकाश विद्युत पदार्थ का कार्य फलन 3.3 इलेक्ट्रॉन-वोल्ट है। तो इस पदार्थ की देहली तरंगदैर्ध्य होगी?
(a) 3.75 × 1023 मीटर ✓
(b) 6.6 × 1010 मीटर
(c) 9.9 × 1038 मीटर
(d) शून्य
हल- कार्य फलन W = 3.3 इलेक्ट्रॉन-वोल्ट ⇒3.3 × 1.6 × 10-19 जूल
W = 5.28 × 10-19 जूल
सूत्र W = \large \frac{hC}{λ_o}
जहां λo = देहली तरंगदैर्ध्य है तो
λo = \large \frac{hC}{W}
λo = \large \frac{6.6×10^{34}×3×10^8}{5.28 × 10^{-19}}
λo = 3.75 × 1023 मीटर Ans.