एसिटिलीन क्या है, बनाने की विधि, गुण, उपयोग, अम्लीय प्रकृति तथा रासायनिक परीक्षण

एसिटिलीन

एसिटिलीन का रासायनिक सूत्र C2H2 होता है। यह एल्काइन श्रेणी का प्रथम सदस्य है। एसिटिलीन के एक अणु में दो कार्बन परमाणु और दो हाइड्रोजन परमाणु उपस्थित होते हैं। यह सबसे सरल एल्काइन है यह रंगहीन, गंधहीन गैस है। एसिटिलीन वायु से हल्की होती है।

एसिटिलीन बनाने की विधि

1. प्रयोगशाला विधि – कैल्सियम कार्बाइड की जल के साथ क्रिया कराने पर एसिटिलीन बनती है। यह एसिटिलीन प्राप्त करने की प्रयोगशाला विधि है।
\scriptsize \begin{array}{rcl} CaC_2 \\ कैल्सियम\,कार्बाइड \end{array} + 2H2O \longrightarrow \scriptsize \begin{array}{rcl} C_2H_2 \\ एसीटिलीन \end{array} + Ca(OH)2

2. आयोडोफॉर्म को सिल्वर चूर्ण के साथ गर्म करने पर एसीटिलीन का निर्माण होता है।
\scriptsize \begin{array}{rcl} 2CHI_3 \\ आयोडोफॉर्म \end{array} + 6Ag \xrightarrow {∆} \scriptsize \begin{array}{rcl} C_2H_2 \\ एसीटिलीन \end{array} + 6AgI

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एसिटिलीन के भौतिक गुण

  • एसिटिलीन एक रंगहीन, गंधहीन और अत्यंत ज्वलनशील गैस है।
  • एसिटिलीन वायु से हल्की है इसका NTP पर घनत्व 1.16 ग्राम/लीटर होता है।
  • एसिटिलीन जल में अल्प विलेय है परंतु एसीटोन में अत्यधिक विलेय है।
  • एसिटिलीन वायु या ऑक्सीजन में धूएं दार ज्वाला से जलती है तथा तेज रोशनी उत्पन्न होती है।
  • इसका गलनांक -82°C तथा क्वथनांक -75°C होता है।

एसिटिलीन के रासायनिक गुण

1. दहन – एसिटिलीन वायु या ऑक्सीजन में दीप्त ज्वाला से जलती है तथा कार्बन डाइऑक्साइड और जल बनते हैं।
\scriptsize \begin{array}{rcl} 2C_2H_2 \\ एसीटिलीन \end{array} + \scriptsize \begin{array}{rcl} 5O_2 \\ ऑक्सीजन \end{array} \longrightarrow \scriptsize \begin{array}{rcl} 4CO_2 \\ कार्बन\,डाइऑक्साइड \end{array} + 2H2O

2. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का योग – तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन में 65°C ताप पर मर्क्यूरिक आयन (Hg2+) उत्प्रेरक की उपस्थिति में एसिटिलीन गैस प्रवाहित करने पर वाइनिल क्लोराइड बनता है।
C2H2 + HCl \xrightarrow [65°C] {Hg^{2+}} \scriptsize \begin{array}{rcl} CH_2=CHCl \\ वाइनिल\,क्लोराइड \end{array}

एसिटिलीन की अम्लीय प्रकृति

एसिटिलीन C2H2 और इसके मोनोएक्लिक व्युत्पन्न RC≡CH की प्रकृति अम्लीय होती है। एसिटिलीन, एथेन या एथिलीन की अपेक्षा में अधिक अम्लीय होती है। जबकि जल से कम अम्लीय प्रकृति होती है। एसिटिलीन में प्रत्येक कार्बन परमाणु sp संकरित होता है। जिसके कारण त्रिआबंध कार्बन परमाणु एकल और द्विआबंध कार्बन परमाणुओं से अधिक ऋण विद्युतीय होता है। अतः इसलिए त्रिआबंध युक्त कार्बन परमाणु से बंधित हाइड्रोजन अधिक अम्लीय होते हैं। फलस्वरूप एसिटिलीन की प्रकृति अम्लीय होती है।

एसिटिलीन के रसायनिक परीक्षण

  1. एसिटिलीन अमोनियामय क्यूप्रस क्लोराइड विलयन के साथ क्यूप्रस एसीटिलाइड (Cu2C2) का लाल अवक्षेप बनाती है।
एसिटिलीन के रसायनिक परीक्षण
  1. एसिटिलीन अमोनियामय सिल्वर नाइट्रेट (AgNO3) विलयन के साथ सिल्वर एसीटिलाइड (Ag2C2) को सफेद अवक्षेप बनाती है।
एसिटिलीन की अम्लीय प्रकृति

एसिटिलीन के उपयोग

  1. एसिटिलीन का उपयोग कार्बाइड लैंपो में प्रदीपक गैस के रूप में किया जाता है।
  2. वाइनिल एसीटेट, वाइनिल क्लोराइड तथा क्लोरोप्रीन के निर्माण में।
  3. पॉलिवाइनिल एसीटेट (PVA) और पॉलिविनाइल क्लोराइड (PVC) प्लास्टिक के उत्पादन में।
  4. निओप्रीन कृत्रिम रबर के निर्माण में एसिटिलीन प्रयोग की जाती है।

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StudyNagar

हेलो छात्रों, मेरा नाम अमन है। Physics, Chemistry और Mathematics मेरे पसंदीदा विषयों में से एक हैं। मुझे पढ़ना और पढ़ाना बहुत ज्यादा अच्छा लगता है। मैंने 2019 में इंटरमीडिएट की परीक्षा को उत्तीर्ण किया। और 2022 में इलेक्ट्रीकल ब्रांच से पॉलिटेक्निक को पूरा किया। इसलिए ही मैं studynagar.com वेबसाइट के माध्यम से आप सभी छात्रों तक अपने विचारों को आसान भाषा में सरलता से उपलब्ध कराने के लिए तैयार हूं। धन्यवाद

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