टॉलूईन
टॉलूईन का रासायनिक सूत्र C6H5CH3 होता है। यह बेंजीन का अगला उच्च समजात यौगिक है। यह कॉलतार में उपस्थित होती है। इसे सर्वप्रथम टोलूबालसम ने भंजक आसवन द्वारा प्राप्त किया था। इसलिए इसका नाम टॉलूईन (toluene in Hindi) रखा। टॉलूईन की रासायनिक संरचना को चित्र द्वारा प्रदर्शित किया गया है।
टॉलूईन बनाने की विधि
1. प्रयोगशाला विधि – प्रयोगशाला में टॉलूईन को सोडियम टोलूएट (CH3C6H4COONa) को सोडालाइम के साथ गर्म करके बनाया जाता है।
2. बेंजीन से – बेंजीन की निर्जल एलुमिनियम क्लोराइड (AlCl3) उत्प्रेरक की उपस्थिति में मेथिल क्लोराइड के साथ क्रिया कराने पर टॉलूईन का निर्माण होता है।
टॉलूईन के भौतिक गुण
- टॉलूईन रंगहीन, बेंजीन जैसी गंध वाली ज्वलनशील द्रव है।
- इसका क्वथनांक 111°C होता है।
- टॉलूईन जल में अविलेय परंतु एल्कोहोल और ईथर कार्बनिक विलायकों में पूर्ण विलेय है।
- टॉलूईन ऑक्सीजन या वायु में काले धुएं की दीप्त ज्वाला के साथ जलती है।
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टॉलूईन के रासायनिक गुण
1. दहन – टॉलूईन वायु या ऑक्सीजन में काले धुएं दार ज्वाला के साथ जलती है और कार्बन डाइऑक्साइड व जल बनते हैं।
\scriptsize \begin{array}{rcl} C_6H_5CH_3 \\ टॉलूईन \end{array} + 9O2 \longrightarrow 7CO2 + 4H2O
2. हाइड्रोजनीकरण – निकैल उत्प्रेरक की उपस्थिति में टॉलूईन वाष्प और हाइड्रोजन के मिश्रण को 200°C ताप पर प्रवाहित करने पर मेथिल साइक्लोहेक्सीन (CH3C6H11) प्राप्त होती है।
3. नाइट्रीकरण – टॉलूईन का सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) और सांद्र नाइट्रिक अम्ल (HNO3) के विलयन द्वारा नाइट्रीकरण करने पर ऑर्थो और पैरा-नाइट्रोटॉलूईन का मिश्रण प्राप्त होता है।
टॉलूईन के उपयोग
- टॉलूईन का उपयोग बेंजीन के निर्माण में किया जाता है।
- ट्राई नाइट्रोटॉलूईन (T.N.T.) अन्य विस्फोटक बनाने में।
- रबर, रेंजिन और पेंट के विलायक के रूप में।
- बेंजैल्डिहाइड और बेंजोट्राइक्लोराइड यौगिक के निर्माण में।