वियोजन की मात्रा की परिभाषा, आयनन की मात्रा का सूत्र, ताप, दाब व सांद्रण का प्रभाव

वियोजन की मात्रा

विद्युत अपघट्य का वह भाग जो विलयन में वियोजित या आयनित होता है। उसे विद्युत अपघट्य की वियोजन की मात्रा (degree of dissociation in Hindi) कहते हैं। इसे आयनन की मात्रा भी कहते हैं।
तब वियोजन की मात्रा का सूत्र निम्न प्रकार होगा।
\footnotesize \boxed { वियोजन\,की\,मात्रा = \frac{वियोजित\,अणुओं\,की\,संख्या}{अणुओं\,की\,कुल\,संख्या} }
इस सूत्र को कहीं-कहीं आयनन की मात्रा का सूत्र भी लिखा गया होगा। तो वहां पर वियोजन के स्थान पर आयनन लिखा होगा।

आयनन (वियोजन) की मात्रा एक अणु के सापेक्ष होती है। जैसे – किसी विद्युत अपघट्य की आयनन की दर 0.4 है। तो इससे अभिप्राय है। कि उस विद्युत अपघट्य के एक अणु से साम्य में 0.4 अणु आयनित होते हैं।

वियोजन की मात्रा को प्रायः प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है अर्थात्
\footnotesize \boxed { प्रतिशत\,वियोजन = वियोजन\,की\,मात्रा × 100\% }
जैसे – किसी अम्ल के 0.25 मोल विलयन में अम्ल के 0.01 मोल आयनित होते हैं। तो अम्ल की
वियोजन (आयनन) की मात्रा = \large \frac{0.01}{0.25}
वियोजन (आयनन) की मात्रा = 0.04
प्रतिशत वियोजन = 0.04 × 100 = 4%

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वियोजन की मात्रा को प्रभावित करने वाले कारक

ताप का प्रभाव –
वियोजन एक ऊष्माशोषी प्रक्रिया है। अतः इसका मान ताप पर निर्भर करता है। विलयन का ताप बढ़ाने पर वियोजन की मात्रा बढ़ जाती है। चूंकि ताप वृद्धि पर अणुओं की गति बढ़ जाती है।

सांद्रता का प्रभाव –
विद्युत अपघट्यों का सांद्रण बढ़ाने पर उनकी आयनन की मात्रा घट जाती है। अतः विद्युत अपघट्यों की आयनन की मात्रा उसके सांद्रण के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
विद्युत अपघट्य की आयनन की मात्रा = \frac{1}{उसका\,सांद्रण}

विद्युत अपघट्य की प्रकृति का प्रभाव –
प्रबल विद्युत अपघट्यों की वियोजन (आयनन) की मात्रा अधिक होती है। जबकि दुर्बल विद्युत अपघट्यों की आयनन की मात्रा कम होती है। HCl, KCl तथा NaOH प्रबल विद्युत अपघट्य हैं जबकि CH3COOH, NH4OH दुर्बल विद्युत अपघट्य हैं।

सम आयन का प्रभाव – वियोजन की मात्रा सम आयन प्रभाव पर निर्भर करती है। किसी दुर्बल विद्युत अपघट्य की आयनन की मात्रा सम आयन की उपस्थिति के कारण घट जाती है।
जैसे – CH3COOH के आयनन की मात्रा घट HCl की उपस्थिति के कारण घट जाती है। यहां H+ आयन आयन है एवं CH3COOH एक दुर्बल विद्युत अपघट्य है। जबकि HCl एक प्रबल विद्युत अपघट्य है।

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StudyNagar

हेलो छात्रों, मेरा नाम अमन है। Physics, Chemistry और Mathematics मेरे पसंदीदा विषयों में से एक हैं। मुझे पढ़ना और पढ़ाना बहुत ज्यादा अच्छा लगता है। मैंने 2019 में इंटरमीडिएट की परीक्षा को उत्तीर्ण किया। और इसके बाद मैंने इंजीनियरिंग की शिक्षा को उत्तीर्ण किया। इसलिए ही मैं studynagar.com वेबसाइट के माध्यम से आप सभी छात्रों तक अपने विचारों को आसान भाषा में सरलता से उपलब्ध कराने के लिए तैयार हूं। धन्यवाद

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