अनुत्क्रमणीय अभिक्रिया
वह अभिक्रिया जो कि एक ही दिशा में जाकर पूर्ण हो जाती है। उन्हें अनुत्क्रमणीय अभिक्रिया (Irreversible reaction in Hindi) कहते हैं यह अभिक्रियाएं केवल एक ही दिशा में हो सकती हैं।
जैसे अभिकारक A और B की आपस में क्रिया कराते हैं तो उत्पाद C और D बनते हैं। लेकिन उत्पाद C और D आपस में अभिक्रिया नहीं करते, जिस कारण यह अभिक्रिया एक ही दिशा में जाकर पूर्ण हो जाती है। अर्थात् यह केवल अग्र दिशा में ही होती है। पश्च दिशा में नहीं होती। अतः यह एक अनुत्क्रमणीय अभिक्रिया है।
A + B \longrightarrow C + D
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अनुत्क्रमणीय अभिक्रिया के उदाहरण
H2SO4 + 2NaOH \longrightarrow Na2SO4 + 2H2O
BaCl2 + H2SO4 \longrightarrow BaSO4 + 2HCl
2KClO3 \xrightarrow {MnO_2} 2KCl + 3O2
SnCl2 + 2FeCl3 \longrightarrow SnCl4 + 2FeCl2
Note – निम्न प्रकार की अभिक्रियाएं जैसे – तापीय अपघटन, ऑक्सीकरण अपचयन अभिक्रियाएं, प्रबल अम्लों की प्रबल क्षारो से उदासीनीकरण अभिक्रियाएं आदि सभी अनुत्क्रमणीय अभिक्रियाएं हैं।
उत्क्रमणीय अभिक्रिया
वह अभिक्रियाएं जो अग्र और विपरीत दोनों दिशाओं में होती हैं। उत्क्रमणीय अभिक्रिया (reversible reaction in Hindi) कहलाती हैं। यह अभिक्रियाएं समान परिस्थितियों में अग्र और विपरीत दोनों दिशा में हो सकती हैं। एवं किसी भी दिशा से शुरू की जा सकती हैं।
Note – अनुत्क्रमणीय अभिक्रिया केवल एक ही दिशा में जाकर पूर्ण हो जाती है जबकि उत्क्रमणीय अभिक्रियाएं अग्र और विपरीत दोनों दिशाओं में अपूर्ण होती हैं।
साम्यावस्था का आना उत्क्रमणीय अभिक्रिया का एक लक्षण है।
जैसे – जब अभिकारक A और B की आपस में क्रिया कराई जाती है। तो उत्पाद बनता है परंतु समान परिस्थितियों में उत्पाद, A और B अभिकारको में पुनः वियोजित हो जाता है। अतः इस अभिक्रिया को अग्र और विपरीत किसी भी दिशा में आरंभ कराई जा सकती है यह अभिक्रियाएं दोनों ही देशों में अपूर्ण रहती है और रासायनिक साम्य की अवस्था आ जाती है।
A + B \rightleftharpoons उत्पाद
उत्क्रमणीय अभिक्रियाओं की समीकरण में उत्क्रमणीयता चिन्ह \rightleftharpoons प्रयोग करते हैं।
उत्क्रमणीय अभिक्रिया के उदाहरण
H2(g) + I2(g) \rightleftharpoons 2HI(g)
PCl3(g) + Cl2(g) \rightleftharpoons PCl5
FeCl3 + 3H2O \rightleftharpoons Fe(OH)3 + 3HCl
Note – निम्न प्रकार की अभिक्रियाएं जैसे – तापीय वियोजन, जल अपघटन अभिक्रियाएं तथा दुर्बल अम्लों और दुर्बल क्षारों की उदासीनीकरण अभिक्रियाएं आदि उत्क्रमणीय अभिक्रियाएं हैं।