साम्य स्थिरांक Kc
स्थिर ताप पर किसी उत्क्रमणीय अग्र अभिक्रिया तथा विपरीत अभिक्रिया के वेग स्थिरांकों के अनुपात को अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक कहते हैं। इसे Kc से प्रदर्शित किया जाता है।
\footnotesize \boxed { K_c = \frac{k_f}{k_b} }
अभिक्रिया A(g) + B(g) \rightleftharpoons C(g) + D(g)
साम्य स्थिरांक Kc = \frac{[C][D]}{[A][B]}
आंशिक दाब के रूप में साम्य स्थिरांक Kp
गैसीय अभिक्रिया के लिए साम्य स्थिरांक को आंशिक दाब के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। स्थिर ताप पर गैसीय मिश्रण में उपस्थित किसी गैस का आंशिक दाब उसकी मोलर सांद्रता के समानुपाती होता है।
स्थिर ताप पर किसी उत्क्रमणीय अभिक्रिया के लिए
aA(g) + bB(g) \rightleftharpoons cC(g) + dD(g)
द्रव्य अनुपाती क्रिया का नियम लगाने पर साम्य स्थिरांक व्यंजक आंशिक दाब के रूप में प्राप्त होता है।
Kp = \large \frac{p_C^c × p_D^d}{p_A^a × p_B^b}
जहां pA, pB, pC तथा pD क्रमशः A, B, C तथा D के साम्यावस्था पर आंशिक दाब हैं।
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Kp व Kc में संबंध
माना स्थिर ताप पर एक सामान्य उत्क्रमणीय गैसीय अभिक्रिया है।
aA(g) + bB(g) \rightleftharpoons cC(g) + dD(g)
द्रव्य अनुपाती क्रिया का नियम लगाने पर आंशिक दाब के रूप में अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक
Kp = \large \frac{p_C^c × p_D^d}{p_A^a × p_B^b} समी.①
जहां pA, pB, pC तथा pD क्रमशः A, B, C तथा D पदार्थो के साम्यावस्था पर आंशिक दाब हैं। तथा a, b, c तथा d उनकी मोलो की संख्याएं हैं।
तथा मोलर सांद्रताओं के रूप में अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक
Kc = \frac{[C]^c [D]^d}{[A]^a [B]^b} समी.②
जहां [A], [B], [C] तथा [D] क्रमशः A,B, C तथा D की साम्यवस्था पर मोलर सांद्रताएं हैं।
अब आदर्श गैस समीकरण के अनुसार
PV = nRT
जहां P दाब, V आयतन, n मोलो की संख्या, R गैस स्थिरांक तथा T परमताप है।
साम्य पर गैस का दाब = गैस की मोलर सांद्रता × RT
तब गैस A का आंशिक दाब pA = [A] × RT
गैस B का आंशिक दाब pB = [B] × RT
गैस C का आंशिक दाब pC = [C] × RT
गैस D का आंशिक दाब pD = [D] × RT
तब pA, pB, pC तथा pD के मान समी.① में रखने पर
Kp = \frac{([C] RT)^c × ([D] RT)^d}{([A] RT)^a × ([B] RT)^b}
Kp = \frac{[C]^c [D]^d × RT^c × RT^d}{[A]^a [B]^b × RT^a × RT^b}
चूंकि गुणा में घातें जुड़ जाती हैं तब
Kp = \frac{[C]^c [D]^d}{[A]^a [B]^b} × \frac{RT^{c+d}}{RT^{a+b}}
समी.② का मान रखने पर
\footnotesize \boxed { K_p = K_c × RT^{(c+d)-(a+b)} }
यही Kp व Kc के बीच संबंध का सूत्र है। अतः इस प्रकार केपी और केसी के बीच संबंध ज्ञात किया जाता है।
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