लीथियम का असंगत व्यवहार | लिथियम और मैग्नीशियम का विकर्ण संबंध

लीथियम का असंगत व्यवहार

आवर्त सारणी के प्रत्येक वर्ग का प्रथम तत्व, वर्ग के बाकी तत्वों के साथ गुणों में भिन्नता दर्शाता है। इस भिन्नता को ही असंगत व्यवहार कहते हैं।
वर्ग 1 का प्रथम तत्व लीथियम का असंगत व्यवहार परमाणु एवं आयन Li+ का असामान्य छोटा आकार और उच्च ध्रुवण क्षमता के कारण है।
लीथियम का असंगत व्यवहार के विभिन्न कारण हैं जो निम्न प्रकार से हैं।

  • लीथियम अत्यधिक कठोर होता है। लीथियम का गलनांक और क्वथनांक अन्य क्षार धातुओं की तुलना में अधिक होता है।
  • लीथियम क्षार धातुओं में केवल नाइट्रोजन के साथ अभिक्रिया करता है और लीथियम नाइट्राइल (Li3N) बनाता है।
  • लीथियम की अभिक्रियाशीलता अन्य क्षार धातुओं की तुलना में सबसे कम होती है। लेकिन लीथियम प्रबल अपचायक का कार्य करता है।
  • लीथियम बाइकार्बोनेट (LiHCO3) जल में पूर्ण विलेय है। जबकि सोडियम, पोटैशियम तथा अन्य क्षार धातुओं के बाइकार्बोनेट जल में अल्प विलेय होते हैं।
  • लीथियम नाइट्रेट गर्म करने पर लीथियम ऑक्साइड देता है। जबकि अन्य क्षार धातुओं के नाइट्रेट विघटित होकर नाइट्राइल देती हैं।
  • लीथियम अन्य क्षार धातुओं की तुलना में अधिक स्थायी सहसंयोजक आबंध बनाता है। इसी कारण यह अधिक स्थायी संकुल यौगिक बनाता है।

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लिथियम और मैग्नीशियम का विकर्ण संबंध

लिथियम, मैग्नीशियम के साथ विकर्ण संबंध प्रदर्शित करता है। ऐसा इन दोनों के समान आकार के कारण होता है। Li तथा Mg की परमाणु त्रिज्याएं क्रमशः 152pm तथा 160pm होती हैं। Li+ तथा Mg2+ की आयनिक त्रिज्याएं क्रमशः 76pm तथा 72pm (या 0.76Å तथा 0.72Å) होती हैं।
लिथियम निम्नलिखित गुणों में मैग्नीशियम के साथ समानता प्रदर्शित करता है। जो निम्न प्रकार से हैं।

  • लिथियम एवं मैग्नीशियम अपने वर्गों की अन्य धातुओं की तुलना में कठोर तथा हल्की धातुएं हैं।
  • लिथियम क्लोराइड के सदृश मैग्नीशियम क्लोराइड कार्बनिक विलायक में विलेय है।
  • लिथियम और मैग्नीशियम जल के साथ धीमी गति से अभिक्रिया करते हैं। इनके ऑक्साइड एवं हाइड्रोक्साइड बहुत कम विलेय होते हैं।
  • लिथियम और मैग्नीशियम दोनों के कार्बोनेट गर्म करने पर धातु ऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड में अपघटित हो जाते हैं।
  • LiCl एवं Mg2 दोनों ही एथेनॉल में विलेय हैं।
  • मैग्नीशियम एवं लिथियम दोनों के कार्बोनेट, फास्फेट और फ्लोराइड जल में अविलेय होते हैं।
  • लिथियम एवं मैग्निशियम दोनों ही नाइट्रोजन से सीधे संयोग करके नाइट्राइट क्रमशः Li3N एवं Mg3N2 बनाते हैं।

आशा करते हैं कि आपको लीथियम का असंगत व्यवहार तथा लिथियम और मैग्नीशियम का विकर्ण संबंध से रिलेटेड यह लेख आपको पसंद आया होगा। आपका कोई प्रश्न या सुझाव है तो आप हमें कमेंट से बता सकते हैं। धन्यवाद


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