पोटाश एलम
पोटाश एलम का रासायनिक नाम पोटैशियम एलुमीनियम सल्फेट होता है। तथा रासायनिक सूत्र K2SO4·Al2(SO4)3·24H2O होता है। पोटाश एलम को फिटकरी (photos alum in Hindi) भी कहते हैं।
यह रक्त प्रभाव को रोकने में प्रयोग की जाती है। एलमों में पोटाश एलम मुख्य है। यह द्विक लवण हैं पोटाश एलम सफेद रंग का क्रिस्टलीय पदार्थ होता है।
पढ़ें… एलुमिनियम क्लोराइड क्या है, बनाने की विधि, गुण व उपयोग तथा सूत्र लिखिए
पढ़ें… कार्बनिक यौगिक का वर्गीकरण, सूत्र तथा उदाहरण सहित समझाइए
पोटाश एलम बनाने की विधि
फिटकरी को पोटैशियम सल्फेट (K2SO4) और एलुमिनियम सल्फेट [Al2(SO4)3] की समान अनुपात को गर्म जल में घोलकर प्राप्त विलयन का क्रिस्टलीकरण द्वारा प्राप्त किया जाता है। इसमें पोटाश एलम के क्रिस्टल प्राप्त होते हैं।
पोटाश एलम के गुण
भौतिक गुण
1. फिटकरी सफेद रंग का क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ होता है।
2. पोटाश एलम का विलयन जल अपघटन के कारण अम्लीय प्रकृति का होता है।
3. यह रक्त प्रवाह के संपर्क में आने पर उसे रोक देता है।
4. यह अल्प पारदर्शी पदार्थ है जो जल में विलेय है।
रसायनिक गुण
1. पोटाश एलम को 92°C ताप पर गर्म करने पर यह पिघल जाती है। तथा 200°C पर निर्जल होकर फूल जाती है। जिसे दुग्ध अथवा जली फिटकरी (Burnt alum) कहते हैं। रक्त तप्त पर यह विघटित हो जाती है।
K2SO4·Al2(SO4)3·24H2O \xrightarrow {200°C} K2SO4·Al2(SO4)3 + 24H2O
K2SO4·Al2(SO4)3 \xrightarrow {रक्त\,तप्त} K2SO4 + Al2O3 + 3SO3
2. फिटकरी की कास्टिक सोडा NaOH के साथ क्रिया करके एलुमिनियम हाइड्रोक्साइड का सफेद अवक्षेप प्राप्त होता है। जो NaOH की अधिकता में घुल जाता है।
पोटाश एलम (फिटकरी) के उपयोग
- पोटाश एलम (फिटकरी) का उपयोग बहते हुए खून को रोकने में किया जाता है।
- कागज तथा चमड़ा उद्योग में प्रयोग की जाती है।
- जल को मृदु बनाने में फिटकरी प्रयोग की जाती है।
- औषधियों के निर्माण में।
- जीवाणुनाशक तथा पूर्तिरोधी के रूप में प्रयोग होती है।
पोटाश एलम संबंधित प्रश्न उत्तर
Q.1 पोटाश एलम कौन सा लवण है?
Ans. द्विक लवण
Q.2 पोटाश एलम का सूत्र क्या होता है?
Ans. K2SO4·Al2(SO4)3·24H2O