काव्य की शोभा बढ़ाने वाले तत्वों को अलंकार कहा जाता है।
किसी बात को ऐसे ढंग से प्रस्तुत करना कि जिससे शब्द या अर्थ में एक प्रकार का चमत्कार उत्पन्न हो जाए। तथा काव्य सौंदर्य बढ़ जाए, काव्य का अलंकार कहलाता है। यमक अलंकार किसे कहते हैं परिभाषा उदाहरण सहित दीजिए। आइये इस पर अध्ययन करते हैं।
यमक अलंकार
जहां एक शब्द का प्रयोग एक से अधिक बार हो, किंतु उनका अर्थ प्रत्येक बार भिन्न होता हो, वहां यमक अलंकार (yamak alankar in Hindi) होता है।
यमक अलंकार की परिभाषा इस प्रकार के दी जा सकती है।
जहां भिन्न भिन्न अर्थों वाले शब्दों की आवृत्ति हो वहां यमक अलंकार होता है।
यमक अलंकार के उदाहरण
- काली घटा का घमंड घटा।
नभ मण्डल तारक वृन्द खिले॥
स्पष्टीकरण – यहां ‘घटा’ शब्द दो बार प्रयुक्त किया गया है। और दोनों स्थानों पर उसका अर्थ भिन्न-भिन्न है। प्रथम ‘घटा’ का अर्थ बादल है। तथा द्वितीय ‘घटा’ का अर्थ घट गया या कम हो गया है।
- कनक कनक ते सौ गुनी, मादकता अधिकाय।
या खाये बौराय जग, वा पाये बौराय॥
स्पष्टीकरण – यहां ’कनक’ शब्द का दो बार प्रयोग हुआ है। किन्तु दोनों स्थानों पर अर्थ में भेद है। एक ‘कनक’ का अर्थ सोना है। तथा दूसरे ‘कनक’ का अर्थ धतूरा है।
- केकी रव नूपुर ध्वनि सुन
जगती, जगती की भूख प्यास।
स्पष्टीकरण – प्रस्तुत उदाहरण में ’जगती’ शब्द दो बार आया है। और इसके अर्थ भिन्न-भिन्न हैं। जगती का पहला अर्थ जागना है। और जगती का दूसरा अर्थ पृथ्वी है। अतः यह यमक अलंकार है।
यमक अलंकार के अन्य उदाहरण
- इकली डरी हौं, घन देखि के डरी हौं,
खाय बिस की डरी हौं घनस्याम मरि जाइ हौं।
- पच्छी पर छीने, ऐसे परे पर छीने वीर,
तेरी बरछी ने बर छीने हैं खलन के।
यमक अलंकार की परिभाषा और उदाहरण आपके लिए काफी मदद पूर्ण रहे होंगे। अगर आपको इनमें कहीं कोई गलती लगती है यह आपका कोई प्रशन है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बताएं।
यमक अलंकार संबंधी प्रश्न उत्तर
Q.1 यमक अलंकार की परिभाषा क्या होती है?
Ans. जहां एक शब्द का प्रयोग एक से अधिक बार हो, किंतु उनका अर्थ प्रत्येक बार भिन्न होता हो, वहां यमक अलंकार होता है।
Q.2 यमक अलंकार का उदाहरण क्या होता है?
Ans. काली घटा का घमंड घटा।
नभ मण्डल तारक वृन्द खिले॥