इसके अंतर्गत भौतिक विज्ञान कक्षा 11 के समतल में गति के नोट्स को रखा गया है
जो कि एक पूर्ण अध्याय है इस नोट्स में chapter 4 के सभी टॉपिक शामिल किए गए हैं। जैसे – सदिश और अदिश राशि क्या होती हैं प्रक्षेप्य गति तथा अभिकेंद्र त्वरण आदि।
समतल में गति
सभी भौतिक राशियों को अदिश एवं सदिश राशियों में वर्गीकृत किया जाता है। दोनों में अंतर सिर्फ यह है कि सदिश राशियों में दिशा का संबंध होता है जबकि अदिश राशियां में ऐसा नहीं होता है।
जैसे- दूरी और विस्थापन दोनों राशियां एक समान ही प्रतीत होती हैं दोनों के मात्रक भी एक जैसे ही होते हैं। लेकिन दूरी एक अदिश राशि है जबकि विस्थापन एक सदिश राशि है।
अदिश राशियों को जोड़ना, घटाना, गुणा व भाग करना साधारण गणित के नियमों द्वारा ही किया जाता है। लेकिन सदिश राशि में ऐसा नहीं होता है। सदिश राशियों को जोड़ने, घटाने, गुणा व भाग करने के नियम हैं जिन्हें सदिश बीजगणित कहते हैं।
एकांक सदिश
वह सदिश जिसका परिमाण एक होता है एकांक सदिश कहलाता है। इसे \widehat{A} द्वारा दर्शाया जाता है।
एकांक सदिश = \frac{सदिश}{सदिश\,का\,परिमाण}
\footnotesize \boxed { \widehat{A} = \frac{\overrightarrow{A}}{\overrightarrow{|A|}} }
पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in Hindi
लंबकोणीय एकांक सदिश
लंबकोणीय अक्षों x, y तथा z के अनुदिश एकांक सदिश को लंबकोणीय एकांक सदिश(वेक्टर) कहते हैं। इन्हें क्रमशः \widehat{i} , \widehat{j} तथा \widehat{k} से प्रदर्शित करते हैं।
\footnotesize \boxed { \widehat{i} = \widehat{j} = \widehat{k} }
Physics class 11 chapter 4 notes in Hindi
किसी भौतिक राशि के सदिश होने के लिए उसमें परिमाण के साथ दिशा भी होनी चाहिए। एवं वह राशि सदिश नियमों का पालन भी करती हो। इसके कुछ बिंदु-
• किसी सदिश के समकोणिक घटक का परिमाण सदिश के परिमाण से अधिक नहीं हो सकता है।
• यदि \small \overrightarrow{A} + \overrightarrow{B} + \overrightarrow{C} = 0 तब \small \overrightarrow{A} , \overrightarrow{B} तथा \overrightarrow{C} समतलीय वेक्टर हैं।
यदि \small \overrightarrow{A} + \overrightarrow{B} = \overrightarrow{C} तब भी \small \overrightarrow{A} , \overrightarrow{B} तथा \overrightarrow{C} समतलीय वेक्टर होते हैं।
• भिन्न परिमाण वाले दो वेक्टरो का योग शून्य वेक्टर नहीं हो सकता है।
• जब कोई खिलाड़ी गेंद को क्षैतिज से अगर 45° के झुकाव पर फेंकता है तो गेंद अधिकतम दूरी पर जाती है।
• जब दो सदिश परस्पर लंबवत होते हैं तो उस दशा में दो अशून्य सदिशों का अदिश गुणनफल शून्य होता है।
• जब दो सदिश परस्पर समांतर होते हैं अर्थात् उनके बीच कोण 0 या 180° होता है तो उस दशा में दो सदिशों का अदिश गुणन अधिकतम होता है।
chapter 4 से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं को नीचे दिया गया है वहां जाकर गया अध्याय को पूरा पढ़ सकते हैं..
- सदिश और अदिश राशि किसे कहते हैं अंतर लिखिए, वेक्टर एवं स्केलर राशियां
- सदिशों के योग का त्रिभुज नियम क्या है | triangle law of vector addition in Hindi
- सदिशों के योग का समांतर चतुर्भुज नियम | parallelogram law of vector addition in Hindi
- दो सदिशों का गुणन, सदिश व अदिश गुणनफल क्या है, वेक्टर और स्केलर गुणन
- प्रक्षेप्य गति किसे कहते हैं, परिभाषा, सूत्र, उड्डयन काल, पथ परवलयाकार होता है
- एकसमान वृत्तीय गति क्या है, सूत्र, उदाहरण | uniform circular motion in Hindi pdf
- अभिकेंद्र त्वरण क्या है, सूत्र, व्यंजक | centripetal acceleration in Hindi class 11
- अभिकेंद्र बल क्या है, मात्रक, विमा | centripetal force meaning in Hindi